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getting the feeling that he will lose on one of them.

So you mean he will loose from Azamgarh...? Ramakant Yadav certainly has the potential to deliver that punch. But SP is seriously wooing him with all the goodies they can offer him. Will be interesting to see if he resists the temptation.

Yes ,Yadav+Muslim area !

But he is scared ,east up seat for this reason too.

Interestingly BSP has fielded a Muslim candidate from this area. Dalits will never vote for Mulayam. If even a section of ~20 muslims vote for BSP and Yadav votes get divided, Mulayam is in serious trouble. Feels like a gamble to me if SP cant buy Ramkant Yadav .
 
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So you mean he will loose from Azamgarh...? Ramakant Yadav certainly has the potential to deliver that punch. But SP is seriously wooing him with all the goodies they can offer him. Will be interesting to see if he resists the temptation.

Nothing is better than power at Center :D
 
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So you mean he will loose from Azamgarh...? Ramakant Yadav certainly has the potential to deliver that punch. But SP is seriously wooing him with all the goodies they can offer him. Will be interesting to see if he resists the temptation.
Ramakant Yadav, the sitting MP, himself has ruled out any chance of joining the SP, claiming that he will defeat Mulayam. “My victory margin will be higher than Narendra Modi’s in Varanasi,” Ramakant told The Indian Express Wednesday.
 
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Mulayam fighting from Azamgarh is being considered a masterstroke by SP. Any comment..?


Sirjee,

Is forum pe Purvanchal ki politics ke sabse bade vidhwan to aap he ho. aap bhi apne vichar prastutt karo.
 
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Ramakant Yadav, the sitting MP, himself has ruled out any chance of joining the SP, claiming that he will defeat Mulayam. “My victory margin will be higher than Narendra Modi’s in Varanasi,” Ramakant told The Indian Express Wednesday.

In Politics everything is possible. SP is offering him two MP seats, One for him and other for this brother. All of this to declare Mulayam as the true and only leader of Yadavs. Ramakant Yadav has been famously saying : Purab ke Yadav hum, Paschim ka Yadav woh ( referring Mulayam ).

Sirjee,

Is forum pe Purvanchal ki politics ke sabse bade vidhwan to aap he ho. aap bhi apne vichar prastutt karo.

Jarranwazi ka shukriya Janaab... Lekin kuch jyaada meetha nahin ho gaya..? :D
 
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In Politics everything is possible. SP is offering him two MP seats, One for him and other for this brother. All of this to declare Mulayam as the true and only leader of Yadavs. Ramakant Yadav has been famously saying : Purab ke Yadav hum, Paschim ka Yadav woh ( referring Mulayam ).



Jarranwazi ka shukriya Janaab... Lekin kuch jyaada meetha nahin ho gaya..? :D
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Bhai, i think this is the best news that BJP could have got.

You know (arp's conspiracy theory #1) I feel that Digvijay is actually a BJP/RSS wala in disguise & is actually working for there benefit in Congress.

Just take my state MP for eg. He ran MP as CM for 10 years & has ensured that Congress would not return in the state atleast till 2041 :D

Also, Rahul baba is what he is today SOLELY b'coz of his political guru Diggy & thus Diggy has ensured that Gandhi family rule is effectively over now.

If he fights against Modi he will ensure that MODI ACTUALLY WINS :enjoy:
He is shakuni mama for rahul baba, ultimately we all know how mahabharat unfolded the kaurava side was finished totally, same will be congress fate :D
 
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मुगल राज से क्या हिंदू खत्म हुए, जो BJP से मुस्लिमों को खतरा?

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जम्मूतवी: - टाटा-मूरी एक्सप्रेस से। बिजबिहेड़ा के रहने वाले अब्दुल राशिद हर दिन रेडियो, टीवी और अखबार के जरिए पॉलिटिकल खबरों से रूबरू होते हैं। पॉलिटिकल बहस से वास्ता भी रखते हैं। चाहे वह नुक्कड़ पर हो या उनकी बेकरी की दुकान पर। या फिर रेल के उस डिब्बे में जिससे वह जम्मू जा रहे हैं। वे कश्मीर के आम आदमी हैं। उनके सियासी ख्याल कुछ इस तरह सामने आए...

कौन बनाएगा सरकार?
मुफ्ती साहब, इंशाअल्लाह।
क्यों?
कांग्रेस ने तो हमारी स्टेट फंसा दी।
कैसे?
वो यहां कहते हैं आजादी दिलवाएंगे, दिल्ली जाकर कुछ और झूठ मारते हैं।
मोदी और बीजेपी?
अल्लाह की कसम, इस बार वही पीएम बनेगा।
क्यों भला?
वो सच्चा है। सबके सामने कहता है, कश्मीर भारत का अटूट अंग है।
तो क्या मोदी सुलझा देंगे कश्मीर मसला?
ये मसला मरते दम तक हल नहीं होना।

सूबे की तरक्की होगी?
जनाब, ये अपनी तरक्की अपने घर ले जाएं। फंदबाजी है ये सब। हमें तो सुकून दे दो। बस...

रेल की रफ्तार बढ़ी और बहस भी तेज होती गई। पेशे से वकील एजाज मेहराब पिता राशिद के साथ जम्मू जा रहे थे। उनसे पूछा- क्या कांग्रेस सेक्यूलर है और बीजेपी कम्यूनल? तपाक से बोले- 'मुगलों के राज से कौन से हिंदू खत्म हो गए, जो बीजेपी के आने से मुसलमानों को खतरा होगा? दूसरा सवाल- केजरीवाल का क्या? इस पर बोले- 'केजरीवाल सीएम बनने से पहले जो घोटालों के कागज दिखाते थे वो कहां गए?'

राजीव डोगरा देर तक सुनने के बाद बोले- 'कश्मीर यूं भी कांग्रेस को जिताता है। हम जम्मू वाले देते हैं बीजेपी को वोट। और केजरीवाल का क्या। टांग खींचने वाले 50 लोग हैं मेरे जैसे हर जगह। कश्मीर में सब केजरीवाल के खिलाफ हैं। क्योंकि वहां सभी करप्शन में लगे हैं।

राशिद साहब सिक्के का दूसरा पहलू लेकर आए- 'कश्मीर में वोटिंग होनी हैं गांव से। और केजरीवाल की पार्टी सिर्फ शहर में जाती है। फिर कैसे जीतेंगे?' लाल चौक पर छाती पीट-पीटकर प्रोटेस्ट करने वालों की तरह राशिद अब गुस्सा हो चुके थे। बोले- 'अल्लाह करे बीजेपी जीते, कांग्रेसी दफा हो जाएं। हमारी नस्लें बरबाद कर दी। कांग्रेसी हमें पाकिस्तानी बनाते हैं। सच्चर रिपोर्ट देख लो। बीजेपी वाले भी कहते हैं 370 उठाएंगे। पर किसी की ताकत नहीं।' पिता के गुस्से को समझते हुए एजाज ने बात बदली। कहा- 'नेता चुनाव में तो कुछ कहते हैं और जीतने पर सुर बदल लेते हैं। सारी पार्टियां एक सी हैं। इस बार सरकार अनप्रेडिक्टेबल है। बर्फ सुनामी हुई है वैली में। पर सरकार नदारद है। अब तक कांग्रेस को वोट दिया, इस बार मोदी को देते हैं। मौका सबको मिले।'

पवनदीप अलग एंगल लेकर आए। कहा- 'कांग्रेस ने जम्मू-कश्मीर को अलग-अलग कर राज किया। कश्मीरी पॉलिटीशियन को बढ़ाया, जम्मू वालों को दबाया। मोदी के चलते पहली बार बीजेपी के लिए कश्मीरी भी तैयार हैं। तो एक होने में बुराई क्या है? वरना पार्टी वाले तो सभी एक जैसे ही हैं। ...यहां फराज की लाइनें बिल्कुल ठीक बैठती हैं, 'बरबाद गुलिस्तां करने को बस एक ही उल्लू काफी है, हर शाख पे उल्लू बैठा है अंजामें गुलिस्तां क्या होगा?'

Election Express:Station-5 -JammuTawi - Tata-Muri Express. - www.bhaskar.com



पानीपत
पश्चिम एक्सप्रेस से। 'केजरीवाल का तो मोर (चकरघिन्नी) बना दिया है। बेचारा जहां जाता है उसके पीछे कुछ न कुछ गड़बड़ हो ही जाती है। गुजरात गया तो पुलिस ने पकड़ लिया। मुंबई में केस बन गया। करनाल में उसके प्रत्याशी पर भी केस दर्ज हो गया। लेकिन उसकी दाल नहीं गलनेवाली। वो अंदर तो बोले है कि मोदी को सपोर्ट दूंगा। बाहर आकर मुकर गया, पलट गया...।' कोच नंबर बी-3 में दाखिल होते ही केजरीवाल के नाम पर ये बहस कानों में पड़ी। अपनी सीट आगे थी पर मैंने वहीं दो लोगों को सरकाया और जगह बना ली। आखिर ऐसी ही चर्चा सुनने के लिए तो मैं पटरी नाप रही हूं।

'मोदी के सामने केजरी कुछ नहीं'

मेरे सामने बैठे अधेड़ ने कहा- 'मोदी के सामने केजरी कुछ नहीं। मोदी को सुनने तो लोग 100 रुपए देकर भी जाते हैं। पांच रुपए के टिकट से शुुरू किया था मोदी ने। आज देखो हैदराबाद में 100 रुपए का टिकट लगाया। दस साल मनमोहन को दिए। 65 साल से कांग्रेस की ही सरकार थी। मिला क्या? अब इन्हें भी दे दो पांच साल। मोदी ने गुजरात को डेवलप करके दिखा दिया। क्या नहीं है आज गुजरात में। झाडू कितनी भी अच्छी क्वालिटी की हो 45 दिन से ज्यादा नहीं चलेगा। केजरी भी नहीं चले। ये हैं रविंदर कुमार पंडत। एयरकंडीशनर का बिजनेस करते हैं। फिर कहा- 'मेरे एक दोस्त हैं। हुड्डा के खास-म-खास। पर उन्होंने भी अपनी पैकिंग शुरू कर दी है। कह रहे हैं इब तो गूदड़े ठा कै जाणा ए दिक्खै सै (अब तो जाना पड़ सकता है)।' पंडत के दोस्त रामरेत धनखड़ बोले- 'अरे इनकी क्या बात कर रहे हो। मेरे समधी सूरजमल, हुड्डा के खास हैं। लेकिन वे खुद कहते हैं प्रधानमंत्री तो मोदी को ही बनवाना है।'

हरियाणा में तो बीजेपी लिख लो आप...

ट्रेन चल रही थी और बातचीत भी। 22 साल के दीपक ठाकर बोले- 'पिछले हफ्त्‍ाे ही मैंने वोटिंग लिस्ट में नाम जुड़वाया है। लाइन में 86 साल के बुजुर्ग भी खड़े थे। मैंने पूछा ताऊ आप क्या करोगे लिस्ट में नाम जुड़वाकर? बोले - मन्नै तो सिरफ मोदी तै वोट देन खातर अपना कारड बणवाणा सै। बगल से दूसरी आवाज आई- 'हरियाणा में तो बीजेपी लिख लो आप...। 10 सीट में से आठ तो पक्की। फिर एक दीपेंदर हुड्डा की बच जाए तो अलग बात।' ये थे मुरली मनोहर। बोले-केजरीवाल के यहां पांच लोग मिलकर फैसला कर लेते हैं। वो दखो, कुमार विश्वास रो रहा है। और कांग्रेस का तो बैंड बाज गया समझो।' मैंने जाटों को आरक्षण का सवाल उठाया तो तुंरत बोले- जाटों को दो चाहे न दो। काम होगा तो ही वोट मिलेगा। सोनीपत स्टेशन पर ट्रेन रुकी तो जिले सिंह कहने लगे- 'ये नेता इस शहर की तरह हैं। किसी के सगे नहीं।

election express-3 in panipat - www.bhaskar.com
 
Last edited:
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Arre the other day someone was saying that those who are not in India can vote from the embassy . . pata karo . . do not waste your vote this time. . .:bounce:
It's true i also heard you can cast your vote in Embassy.Better call the embassy and ask them personally, perhaps Indischer can call and confirm.
 
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