jha
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Meanwhile in my Bihar..
Bihar minister Renu Kushwaha sends resignation to Nitish 11153066
Her husband joined BJP yesterday.
Not yet confirmed. All the three parties have weird leaders. Very difficult to say anything.
RJD leader Ramkripal Yadav join BJP will contest from Patliputra - www.bhaskar.com
लालू की मुसीबत बढ़ेगी
लालू भक्त इस राम के भाजपा में जाने और पाटलिपुत्र से चुनाव लड़ने की स्थिति में सबसे मुश्किल लालू के लिए ही होगी। यहां के मतदाता 2009 में उन्हें नकार चुके हैं। इस बार उन्होंने अपनी बेटी मीसा भारती को यहां से उम्मीदवार बनाया है। लेकिन, मीसा तो राजनीति में अभी आई हैं और यह उनका यह पहला चुनाव है। रामकृपाल इस सीट से तीन बार सांसद रहे हैं।
नीतीश के लिए भी मुश्किल
नीतीश के लिए इस मायने में मुश्किल बढ़ेगी क्योंकि पाटलिपुत्र से अभी उन्हीं की पार्टी का सांसद (रंजन यादव) है। रामकृपाल की उम्मीदवारी और मीसा के लिए लालू की पूरी ताकत झोंक देने की संभावनाओं को देखते हुए यह तो तय लगता है कि जद(यू) को सीट बचाने के लिए काफी पसीना बहाना होगा।
भाजपा का फायदा ही फायदा
एक राम (रामविलास) को लेकर भाजपा ने जहां दलित वोट साधने की कोशिश की थी, वहीं इस राम (रामकृपाल) को लेकर वह एक तीर से दो निशाने साध सकती है। रामकृपाल मुस्लिम जनाधार वाले नेता माने जाते हैं। ऐसे में भाजपा को उनके जरिए जहां मुस्लिम वोट जुटाने की संभावना दिख रही है। रामकृपाल को पाटलिपुत्र सीट से मजबूत उम्मीदवार मान कर वह यह सीट नीतीश की पार्टी से छीनने की उम्मीद भी कर सकती है।
Bihar minister Renu Kushwaha sends resignation to Nitish 11153066
Her husband joined BJP yesterday.
If free tea is bribing then public will willingly pay for it but will not let conspiracy to end Chai pe charcha..
Dmdk pmk mdmk bjp alliance is already in place.is it not?
Not yet confirmed. All the three parties have weird leaders. Very difficult to say anything.
RJD leader Ramkripal Yadav join BJP will contest from Patliputra - www.bhaskar.com
लालू की मुसीबत बढ़ेगी
लालू भक्त इस राम के भाजपा में जाने और पाटलिपुत्र से चुनाव लड़ने की स्थिति में सबसे मुश्किल लालू के लिए ही होगी। यहां के मतदाता 2009 में उन्हें नकार चुके हैं। इस बार उन्होंने अपनी बेटी मीसा भारती को यहां से उम्मीदवार बनाया है। लेकिन, मीसा तो राजनीति में अभी आई हैं और यह उनका यह पहला चुनाव है। रामकृपाल इस सीट से तीन बार सांसद रहे हैं।
नीतीश के लिए भी मुश्किल
नीतीश के लिए इस मायने में मुश्किल बढ़ेगी क्योंकि पाटलिपुत्र से अभी उन्हीं की पार्टी का सांसद (रंजन यादव) है। रामकृपाल की उम्मीदवारी और मीसा के लिए लालू की पूरी ताकत झोंक देने की संभावनाओं को देखते हुए यह तो तय लगता है कि जद(यू) को सीट बचाने के लिए काफी पसीना बहाना होगा।
भाजपा का फायदा ही फायदा
एक राम (रामविलास) को लेकर भाजपा ने जहां दलित वोट साधने की कोशिश की थी, वहीं इस राम (रामकृपाल) को लेकर वह एक तीर से दो निशाने साध सकती है। रामकृपाल मुस्लिम जनाधार वाले नेता माने जाते हैं। ऐसे में भाजपा को उनके जरिए जहां मुस्लिम वोट जुटाने की संभावना दिख रही है। रामकृपाल को पाटलिपुत्र सीट से मजबूत उम्मीदवार मान कर वह यह सीट नीतीश की पार्टी से छीनने की उम्मीद भी कर सकती है।
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