The family should have thrown in the Beef theory to make the sob story sound more plausible.
Anyway this what the local media is reporting.
"यहां विवाह समारोह में शामिल होकर बुधवार शाम शिकोहाबाद कासगंज पैसेंजर ट्रेन से परिजनों के साथ लौट रहे थे। मोटा रेलवे स्टेशन से तीन युवक ट्रेन में चढ़े। शाकिर का पुत्र मो. फैजान गैलरी में खड़ा था। उसे हटाने को एक युवक ने पीछे सिर में थप्पड़ मार दिया। बड़े भाई अरसान व बहन अरशी बानो ने इसका विरोध किया तो युवकों ने उसके साथ अभद्रता कर दी। इसी पर विवाद बढ़ गया। युवकों ने सूचना मोबाइल से अपने गांव में दे दी और पखना रेलवे स्टेशन पर उतरकर दूसरी बोगी में चले गए। डर की वजह से शाकिर ने अपनी बोगी के खिड़की और दरवाजे अंदर से बंद कर लिए। युवकों ने कोतवाली मोहम्मदाबाद के गांव मोती नगला के निकट ट्रेन को चेन पु¨लग कर रोक लिया। यहां दर्जनों युवक बोगी की इमरजेंसी खिड़की तोड़कर अंदर घुस गए और लाठी डंडों से हमला कर पूरे परिवार को पीटा।"
"जीआरपी थाने के दारोगा राजकुमार शर्मा ने बताया कि प्रारंभिक जांच में मारपीट की घटना होने की जानकारी मिली है। लूटपाट का आरोप लगाया जा रहा है। ट्रेन की बोगी में घुसने के लिए युवकों ने खिड़कियों के शीशे तोड़ दिए। आरोपियों का पता लगाकर कड़ी कार्रवाई की जाएगी।"
http://www.jagran.com/uttar-pradesh/farrukhabad-16356555.html